तारीफ पे तारीफ

तारीफ।।।
कुछ कह के करते है
कुछ जता  के करते है
कुछ बड़े इत्मिनान से करते है,
मगर करते है सभी तारीफ .

तारीफ की कोई वजह नहीं होती
तारीफ की  कभी जरुरत नहीं  पड़ती,
तारीफ बस तारीफ से होती है .

तारीफ  उनकी होती है
जिनको इसकी फितरत नहीं होती ,
उनकी क्या कोई तारीफ करेगा
जिनकी वजह से ये तारीफ होती हैं.

Post a Comment

Thanks for your puts/inputs :)